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गजेन्द्र पाठक
परिचय
प्रो. गजेंद्र पाठक ICSSR द्वारा वित्तपोषित ‘ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान भारतीय श्रम प्रवास का सांस्कृतिक इतिहास’ (गिरमिटिया परियोजना) पर कार्य कर रहे हैं। इससे पूर्व उन्होंने हैदराबाद विश्वविद्यालय और CSDS के संयुक्त तत्वावधान में ‘ब्रिटिश कालीन भारत में प्रतिबंधित हिंदी-उर्दू लेखन’ पर सफल शोध परियोजना का नेतृत्व किया।
वे हैदराबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में वरिष्ठ प्रोफेसर हैं और पूर्व में विभाग के अध्यक्ष भी रहे। अपने तीन दशकों के अध्यापकीय जीवन का पूर्वार्द्ध आरा के महाराजा कॉलेज में और उत्तरार्द्ध हैदराबाद विश्वविद्यालय में व्यतीत किया है। भक्ति आन्दोलन और नवजागरण के अध्येता के रूप में इन्होंने एक विशिष्ट पहचान बनाई है।

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